Dhokha shayri

रिश्तों के दलदल | Sad Dhokha Shayri

रिश्तों के दलदल से, कैसे निकलेंगे जब हर साज़िश के पीछे, अपने निकलेंगे...!

”रिश्तों के दलदल से, कैसे निकलेंगे
जब हर साज़िश के पीछे, अपने निकलेंगे…!
😓😓😓



बाते हम से और साथ मैं कोई और है ना वो मिला उसे ना हासिल हुए हम है

“बाते हम से और साथ मैं कोई और है
ना वो मिला उसे ना हासिल हुए हम है″
🥺💔🥀



✍️ लेखक अर्जुन
“ऐसी और धोखे वाली शायरी पड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *