Jaun Elia

हालत-ए-हाल के सबब, हालत-ए-हाल ही गई

शौक़ में कुछ नहीं गया, शौक़ की ज़िंदगी गई



एक ही हादिसा तो है और वो ये के आज तक

बात नहीं कही गयी, बात नहीं सुनी गई

 


 अगर आप ऐसी और कविता पढ़ना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *